डी० बी० एस० महाविद्यालय कानपुर के भौतिक शास्त्र विभाग की फिजिकल समिति द्वारा एक शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम दिनांक 18-04-2024 दिन गुरुवार को आयोजित किया गया| यह शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम सोपान आश्रम के लिए था| सोपान आश्रम पद्मश्री डॉक्टर हरिश्चंद्र वर्मा (एच० सी० वर्मा) के एक गैर-सरकारी संगठन शिक्षा सोपान द्वारा संचालित है जो युवा विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि जगाने/बढ़ाने के उद्देश्य से कार्य करता है| सोपान आश्रम नानकारी कानपुर में ग्रैंड ट्रंक रोड पर स्थित है| प्रोफेसर एच० सी० वर्मा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर के भौतिक विभाग से सेवानिवृत हैं जोकि एक शानदार वक्ता और सुप्रसिद्ध पुस्तक भौतिकी की समझ (कॉन्सेप्ट आफ फिजिक्स) के लेखक हैं| कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय से हुई जिसमें स्नातकोत्तर प्रारंभिक तथा अंतिम वर्ष से लगभग 50 विद्यार्थी सम्मिलित हुए| सभी विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्षा प्रोफेसर डॉक्टर प्रज्ञा अग्रवाल, वरिष्ठ सहायक आचार्य डॉ० ओम प्रकाश गुप्ता, डॉ० महेंद्र, डॉ० दीप चन्द गुप्ता, तथा डॉ० अभिषेक जौहरी के साथ एक बस द्वारा प्रातः 9:30 बजे सोपान आश्रम हेतु प्रस्थान किया और लगभग 1 घंटे की यात्रा करके 10:30 बजे सोपान आश्रम पहुंचे| सोपान आश्रम एक बहुत ही मनोरम स्थल है जहाँ प्राकृतिक परिवेश में विज्ञान के मूल सिद्धांतों को बहुत ही साधारण तरीके से सिखाया/समझाया जाता है| कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर वर्मा के सहायक श्री अमित बाजपई जी द्वारा की गई| श्री वाजपई ने अपने संक्षिप्त व्याख्यान में शिक्षा सोपान तथा सोपान आश्रम के उद्देश्य से विद्यार्थियों को अवगत कराया| इसके पश्चात प्रोफेसर वर्मा ने भौतिकी के प्रसिद्ध “स्टीफन के नियम” का सिद्धान्त साधारण शब्दों में विद्यार्थियों को समझाया और इस नियम को प्रायोगिक रूप से सिद्ध करने के लिए एक प्रयोग अपनी प्रयोगशाला में सभी छात्रों एवं छात्राओं से करवाया | प्रयोग के पश्चात् सभी विद्यार्थी पूर्ण रूप से संतुष्ट थे कि यदि भौतिकी के किसी सिद्धान्त को अच्छे से समझ लिया जाये तो उसे प्रयोग द्वारा स्थापित किया जा सकता है। प्रोफेसर वर्मा के व्याख्यान के पश्चात सभी विद्यार्थीयों को भौतिकी के विभिन्न मौलिक सिद्धांतों को समझने हेतु तीन अलग-अलग प्रयोगशालाओं में चक्रीय रूप से भेज दिया गया| यह सभी प्रयोगशालाएं भौतिकी के विभिन्न सिद्धांतों पर आधारित प्रयोगों से सुसज्जित हैं इनमें से एक प्रयोगशाला जो की आपका विशेष ध्यान आकर्षित करती है जिसका नाम सुरीला है, इस प्रयोगशाला में अनेक स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के विद्यार्थी एवं शोध छात्र विभिन्न प्रोजेक्ट के लिये कार्य करते हैं। इस प्रयोगशाला में अनेक उपकरण जैसे पैलेट बनाने की मशीन, कंडक्टिविटी मापने का यंत्र , उच्च ताप भट्टियाँ, वाइब्रेटिंग सैंपलिंग मैग्नेटोमीटर भी उपलब्ध है। इसके साथ ही कुछ छात्र वहां नैनो कणों पर अपना शोध कार्य कर रहे थे। सोपान आश्रम में एक कार्यशाला भी है जिसका उपयोग विद्यार्थी अपने नए प्रयोगों को बनाने के लिए कर सकते हैं| सोपान आश्रम में वर्षा जल संचयन हेतु एक बड़ा सा टैंक भी है| कार्यक्रम के पश्चात समस्त विद्यार्थी बहुत उत्साहित थे और सभी ने आग्रह किया कि इस प्रकार के अकादमिक भ्रमण कार्यक्रम सत्र के प्रारम्भ में आयोजित किये जाने चाहिये।